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गौरी नन्दन की आरती लिरिक्स | Gauri Nandan Aarti Lyrics

Gauri Nandan Aarti Lyrics


गौरी नन्दन की आरती लिरिक्स


ॐ जय गौरी नंदन, प्रभु जय गौरी नंदन
गणपति विघ्न निकंदन, मंगल निःस्पंदन || ॐ जय ||

देवगणों में पहले तव पूजा होती
तब मुख छवि भक्तो के निदारिद खोती || ॐ जय ||

गुड़ का भोग लगत हैं कर मोदक सोहे
ऋद्धि सिद्धि सह-शोभित, त्रिभुवन मन मोहै || ॐ जय ||

लंबोदर भय हारी, भक्तो के त्राता
मातृ-भक्त हो तुम्ही, वाँछित फल दाता || ॐ जय ||

मूषक वाहन राजत, कनक छत्रधारी
विघ्नारण्यदवानल, शुभ मंगलकारी || ॐ जय ||

धरणीधर कृत आरती गणपति की गावे
सुख संपत्ति युक्त होकर वह वांछित पावे || ॐ जय ||


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